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CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024 PDF with Solutions for Course A, B

CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024 PDF: The Central Board of Secondary Education successfully conducted the CBSE Class 10th Hindi exam for both Course A and B today i.e., February 21, 2024. The CBSE Class 10th Hindi exam was conducted from 10:30 a.m. to 1:30 p.m. As the Hindi exam has been conducted, the authorities will release the CBSE Class 10th Hindi Exam Result 2024 in the month of May 2024 at its official website. Till then students can also download the complete unofficial CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024 PDF for all the sets: SET A, SET B, SET C, and SET D.

CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024

The unofficial CBSE Class 10th Answer Key 2024 is a guide that is not officially provided by the Central Board of Secondary Education. Students can use these answer keys to assess their performance, identify mistakes, and understand the correct solutions. However, it is essential to remember that the unofficial answer key may not always be accurate, so cross-checking with the official sources is very important. We have provided the questions and their answers in Class 10 Hindi Answer Key 2024 so that students will find it simple to compare their answers to those provided.

Class 10 Hindi CBSE Answer Key 2024 with Solutions

The students who appeared for the Class 10 Hindi 2024 exam are eagerly waiting for the answer key. Here, we have provided the complete set-wise CBSE Hindi Class 10 answers. The solutions here are provided by our internal experts and are considered provisional.

CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024
Exam Conducting Body Central Board of Secondary Education
Name of the Examination CBSE Class 10th Hindi Examination 2024
Category Answer Key
CBSE Class 10th Hindi Exam Date 2024 February 21, 2024
CBSE Class 10 Hindi Unofficial Answer Key release date 2024 February 21, 2024
Mode of Answer key availability Online Mode
Official website https://www.cbse.nic.in/

CBSE Class 10 Hindi Paper Analysis 2024

The CBSE Class 10th Hindi Paper 2024 Analysis has been made available as per the students’ reviews related to the CBSE Class 10th Hindi exam 2024. With the help of the CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024 students will have an understanding of the CBSE Class 10th Hindi Exam 2024 difficulty level, types of questions asked, important topics, distribution of marks, and much more.

Student Reviews on CBSE Class 10th Hindi Exam 2024

  1. Few students believe that the test strikes a reasonable balance, while others claim that the reading from the passage proved to be more challenging than the grammatical section.
  2. Every student feels that the three-hour time limit on the Hindi paper offered a substantial challenge to writing proficiency and required strong time management.
  3. As per the reviews of the students the CBSE Class 10th Hindi Question paper comprised a variety of questions which included Creative Writing, Textbook Descriptive/Long Answer Type Questions, and Unseen Passages with Multiple Choice Questions.
  4. Students also believed that the majority of the literature questions were from the NCERT syllabus, which was quite simple to understand and had good effort.
  5. It is anticipated that today’s question paper might be a significant test of the students’ preparations, with a balanced blend of basic and intriguing questions

CBSE Class 10 Hindi B Answer Key 2024

(SET 2) खंड-अ (बहुविकल्पी/ वस्तुपरक प्रश्न) (1×5=5)

  1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर इस पर आधारित प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए : 5X1=5

भारतीय संस्कृति में नदियों, जलाशयों, झीलों, तालाबों एवं कुओं का बहुत महत्व है। भारतीय समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पक्षों से नदियाँ और दूसरे जलयोत काफी गहरे से जुड़े हैं। जीवन के अधिकांश पक्ष जलाशयों के किनारे ही पूरे होते हैं। तालाब ने हमारे सामाजिक जीवन को बहुत अधिक प्रभावित किया है। तालाब अपने जीवन के लिए मानसून एवं प्रकृति पर निर्भर रहते हैं। पहले समाज अपने अस्तित्व के लिए तालाब पर निर्भर रहता था । तब उसे प्राकृतिक आपदा के समय पीने के पानी की समस्या से कम जूझना पड़ता था क्योंकि तालाबों में पानी का पर्याप्त भण्डार रहता था । उससे ग्रामीण पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध रहता था । पहले हमारा समाज प्रकृति के रहस्यों और उसकी शक्तियों के इर्द-गिर्द घूमता था । पानी, वायु, धूप को वह दैवी कृपा मानकर उसकी पूजा करता था। इसका अभिप्राय यह था कि वह मानव जीवन के लिए उपयोगी प्राकृतिक चीज़ों में भगवान को देखता था इसलिए वह उसे गंदा करने या जरूरत से अधिक इस्तेमाल करने का विरोधी था। तालाब निर्माण से लेकर उसकी रक्षा में लोक अपनी जिम्मेदारी समझता था। नल, ट्यूबवेल आदि के आने से पानी के परंपरागत स्रोतों की उपेक्षा हुई। लोग वर्षा जल संग्रह का पुराना तरीका भूलते गए जिससे नए-नए तरह के खतरे हमारे सामने आने लगे । अब सरकारी और गैर-सरकारी स्तर पर फिर से तालाबों के महत्त्व को समझकर उसके लिए काम शुरू हुआ है।

(i) तालाब अपने अस्तित्व के लिए निर्भर करते हैं :

(A) भूगर्भ में स्थित जल पर

(B) मानवीय कृपा-दृष्टि पर

(C) मानसून और प्रकृति पर

(D) नदियों और जलकूपों पर

Ans (C): मानसून और प्रकृति पर

(ii) निम्नलिखित में जल का प्राकृतिक स्रोत नहीं है:

(A) नदी

(B) झरनें

(C) तालाब

(D) झील

Ans: (B) झरनें

(iii) हमारे समाज द्वारा प्रकृति को दैवी शति के रूप में पूजने का क्या कारण है ?

(A) प्राकृतिक शक्तियों से भयभीत रहना

(B) प्रकृति के रहस्यों को न समझ पाना

(C) प्रकृति के कण-कण में ईश्वर का बास मानना

(D) मानवोपयोगी वस्तुओं को ईश्वर का प्रतिरूप मानना

Ans: (C) प्रकृति के कण-कण में ईश्वर का बास मानना

(iv) निम्नलिखित कथन तथा कारण को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर लिखिए :

कथन: भारतीय लोक मानस में तालाब एक स्कूल बस्तु न होकर जीवन का अविभाज्य अंग है।
कारण: तालाबों और जलाशयों के देखरेख का काम पूरा समाज करता था ।

विकल्प :
(A) कथन और कारण दोनों गलत हैं।

(B) कारण ग़लत है, लेकिन कथन सही है।

(C) कथन और कारण दोनों सही हैं, लेकिन कारण, कथन की ग़लत व्याख्या करता है।

(D) कधन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।

(v) जल के परंपरागत स्रोतों की उपेक्षा का कारण है:

(A) इनका समाप्त हो जाना

(B) अशुद्ध जल का होना

(C) आधुनिक स्रोतों का होना

(D) वर्तमान जीवन-शैली

2 निम्नलिखित को ध्यानपूर्वक करके आधार पर दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए। 5-1

संबंधों के मामले में सलाह देने वाले पेशेवरों का भी यहा रहा है कि कुछ रिले ऐसे होते हैं, जिनको आप जरासेयत्व से रखें और समुचित पार सम्भार दें तो हमारी खुशी का कारण बन सकते हैं। अपने निकट के रिश्तों या अभी जिलों में सहयोग और सम्मान का भाव संबंधों को न सिर्फ प्रगाढ़ बनाता है, बल्कि दुख-सुख में एक सुंदर सहयोग का तंत्र भी बन सकता है। इनका साथ मर को आंतरिक संतोष और शांति भी देता है। इसलिए समय-समय पर किसी त्योहार के बहाने या जन्मदिन के समारोह के बहाने इनसे मेलजोल बनाए रखना चाहिए और आने वाले रिश्तेदारों को समुचित सम्मान देना चाहिए। जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में परिवार, रिस्तेदार ही तो हमारी सबसे बड़ी ताकत होते हैं जो परेशानियों में हमारी हिम्मत बढ़ाते हैं। मुसीबतों में हमारा समर्थन करते हैं और खुशियों को मी गुना बढ़ा देते हैं। अकेले रहने वाला इंसान हमेशा चिंताग्रस्त रहता है। उसके पास अपनी समस्याओं को साझा करने के लिए, उन्हें संभालने के लिए कोई अपना नहीं होता। रिश्तेदारों के बीच रहकर ही व्यक्ति आपसी प्रेम के महत्त्व को, अपनी जिम्मेदारी को समझता है और मुसीबत में पड़े दूसरे लोगों की मदद करता है। इसलिए छोटी-छोटी बातों में रिश्तेदारों की अनदेखी करना, उनसे किनारा करना उचित नहीं है।

(i) खुशी पाई जा सकती है यदि :

(A) रिश्तों के मामले में पेशेवरों की सलाह मानें

(B) रिश्तों को प्रेमपूर्वक समुचित मान-सम्मान से बनाए रखें

(C) जो रिश्ते बोझ हैं उन्हें भी समझाकर अपने मन के अनुसार ढालें

(D) दोस्तों के साथ अधिक-से-अधिक समय बिताएँ

(ii) संबंधों में परस्पर सहयोग और सम्मान का भाव किस कार्य की पूर्ति करता है ?

1. रिश्तों को घनिष्ठ बनाता है

11. बेहतरीन सहयोग का तंत्र बनता है

III. अड़ोस-पड़ोस भी आपकी मदद करता है

IV. ज्यादा लोग आपका ध्यान रखते हैं विकल्प :

(A) I, IV

(B) II, III

(C) III, IV

(D) I, II

(iii) निम्नलिखित कथन तथा कारण को पढ़कर, सही विकल्प चुनकर लिखिए :

कथन: समय-समय पर अपने सगे-संबंधियों से त्योहार, जन्मदिन या अन्य समारोह के बहाने मिलते रहना चाहिए ।

कारण : ये मिलन मन को संतोष और शांति देते हैं। विकल्प :

(A) कथन ग़लत है, लेकिन कारण सही है।

(B) कथन और कारण दोनों गलत हैं।

(C) कथन और कारण दोनों सही हैं तथा कारण, कथन की सही व्याख्या करता है।

(D) कथन सही है, लेकिन कारण उसकी ग़लत व्याख्या करता है।

(iv) जीवन की विभिन्न परिस्थितियों में संबंधी हमारी सबसे बड़ी ताकत क्यों हैं ?

(A) संकटों में समर्थन और सहयोग के लिए

(B) समाज में अपनी ताकत दिखाने के लिए

(C) अपनी जिम्मेदारियों को आसानी से समझने के लिए

(D) सुख-दुख में सच्चे हृदय से साथ देने के लिए

(v) निम्नलिखित कथनों में गद्यांश के विचारों में कौन-सा विचार मेल खाते हैं उचित विकल्प का चयन करके लिखिए।

I. आत्मीय रिश्तेदार सुख-दुख के सच्चे साथी होते हैं।

II. अकेला व्यक्ति जीवन में सफलता प्राप्त नहीं कर सकता ।

III. रिश्तेदारों से त्योहारों के अवसर पर ही मिलना चाहिए ।

IV. रिश्तेदार सामाजिक उत्तरदायित्व का निर्वाह करना सिखाते हैं।

विकल्प :

(A) केवल 1

(B) I और III

(C) II और IV

(D) I और IV

प्रश्न 1. निम्नलिखित गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पी / वस्तुपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए।

हमारे देश में हिंदी फ़िल्मों के गीत अपने आरंभ से ही आम दर्शक के सुख-दुख के साथी रहे हैं। वर्तमान समय में हिंदी फ़िल्मों के गीतों ने आम जन के हृदय में लोकगीतों सी आत्मीय जगह बना ली है। जिस तरह से एक जमाने में लोकगीत जनमानस के सुख-दुख, आकांक्षा, उल्लास और उम्मीद को स्वर देते थे, आज फ़िल्मी गीत उसी भूमिका को निभा रहे हैं। इतना ही नहीं देश की विविधता को एकता के सूत्र में बाँधने में हिंदी फ़िल्मों का योगदान सभी स्वीकार करते हैं। हिंदी भाषा की शब्द संपदा को समृद्ध करने का जो काम राजभाषा विभाग तत्सम शब्दों की सहायता से कर रहा है वही कार्य फ़िल्मी गीत और डायलॉग लिखने वाले विविध क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से करते हुए दिखाई पड़ रहे हैं। यह गाने जन-जन के गीत इसी कारण बन सके क्योंकि इनमें राजनीति के उतार-चढ़ाव की अनुगूंजों के साथ देहाती कस्बायी और नए बने शहरों का देशज जीवन दर्शन भी आत्मसात किया जाता रहा है। भारत की जिस गंगा-जमुनी संस्कृति का महिमामंडन बहुधा होता है उसकी गूंज भी इन गीतों में मिलती है। आजादी की लड़ाई के दौरान लिखे प्रदीप के गीत हों या स्वाधीनता प्राप्ति साथ ही होनेवाले देश के विभाजन की विभीषिका, सभी को भी इन गीतों में बहुत संवेदनशील रूप से व्यक्त किया गया है।

हिंदी फ़िल्मी गीतों के इस संसार में हिंदी-उर्दू का ‘झगड़ा’ भी कभी पनप नहीं सका। प्रदीप, नीरज जैसे शानदार हिंदी कवियों, इंदीवर तथा शैलेंद्र जैसे श्रेष्ठ गीतकारों और साहिर, कैफी, मजरूह जैसे मशहूर शायरों को हिंदी सिनेमा में हमेशा एक ही बिरादरी का माना जाता रहा है। यह सिनेमा की इस दुनिया की ही खासियत है कि एक तरफ गीतकार साहिर ने ‘कहाँ हैं कहाँ हैं/मुहाफिज खुदी के/ जिन्हें नाज है हिंद पर/ वो कहाँ हैं लिखा तो दूसरी तरफ उन्होंने ही संसार से भागे फिरते हो। भगवान को तुम क्या पाओगे ! ये भोग भी एक तपस्या है। तुम प्यार के मारे क्या जानोगे / अपमान रचयिता का होगा/ रचना को अगर ठुकरा ओगे!’ जैसी पंक्तियाँ भी रची हैं। परवर्तियों में गुलजार ऐसे गीतकार हैं जिन्होंने उर्दू, हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी के साथ पुरबिया बोलियों में मन को मोह लेने वाले गीतों की रचना की है।

बंदिनी के ‘मोरा गोरा अंग लइले, मोहे श्याम रंग दइदे’, ‘कजरारे-कजरारे तेरे कारे-कारे नयना!’, ‘यारा सिली सिली रात का ढलना’ और ‘चप्पा चप्पा चरखा चले’ जैसे गीतों को रचकर उन्होंने भारत की साझा संस्कृति को मूर्तिमान कर दिया है। वस्तुतः भारत में बनने वाली फिल्मों में आने वाले गीत उसे विश्व-सिनेमा में एक अलग पहचान देते हैं। ये गीत सही मायने में भारतीय संस्कृति की खूबसूरती को अभिव्यक्त करते हैं।

1. हिंदी फिल्मी गीतों और लोकगीतों में क्या समानता है?
A. ये लोगों के रीति-रिवाजों, उनकी लालसाओं उनकी सोच और कल्पनाओं को स्वर देते हैं।
B. ये लोगों के जीवन के अनुभवों, आमोद प्रमोद, विचारों और दर्शन को स्वर देते हैं।
C. ये लोगों के आनंद उनके शोक, उनके हर्ष और उनकी आशाओं को स्वर देते हैं।
D. ये लोगों के जीवन के यथार्थ और कठोरताओं में ज़िंदा रहने की चाह को स्वर देते हैं।

Answer:  C. ये लोगों के आनंद उनके शोक, उनके हर्ष और उनकी आशाओं को स्वर देते हैं।

2. हिंदी भाषा की शब्द संपदा को समृद्ध करने का काम फिल्मी गीतों ने किस प्रकार किया?
A. राजभाषा विभाग से प्रेरणा पाकर
B. विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से
C. क्षेत्रीय भाषाओं की फिल्मों को प्रोत्साहित करके
D. विदेशी भाषाओं की फिल्मों को हतोत्साहित करके

Answer: विभिन्न क्षेत्रीय भाषाओं के मेल से

3. कथन (A) और कारण (R) को पढ़कर उपयुक्त विकल्प चुनिएः
कथन (A): हिंदी फिल्मों के गाने जन जन के गीत बन गए हैं।
कारण (R): इन गीतों में राजनीति की अनुगूंजों के साथ, देहाती, कस्बायी और नए बने शहरों का जीवन दर्शन भी आत्मसात किया जाता रहा है।

A. कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
B. कथन (A) और कारण (R) दोनों ही गलत हैं। B
C. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।
D. कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या नहीं है।

Answer: C. कथन (A) सही है और कारण (R) कथन (A) की सही व्याख्या है।

4. ‘हिंदी फिल्मी गीतों के इस संसार में हिंदी-उर्दू का ‘झगड़ा’ भी कभी पनप नहीं सका।’ उपर्युक्त कथन के पक्ष में निम्नलिखित तर्को पर विचार कीजिए।
1. यहाँ सभी गीतकारों को एक ही बंधुत्व वर्ग का माना जाता है।
2. ये गीतकार सभी भाषाओं में समान रूप से गीत लिखते हैं। 3. इन गीतकारों में वैमनस्य व प्रतिस्पर्धा का भाव नहीं है।
A. 1 सही है।
B. 2 सही है।
C. 3 सही है।
D. 1 और 2 सही है।

Answer: A. 1 सही है।

प्रश्न 2. निम्नलिखित काव्यांश पर आधारित बहुविकल्पी / वस्तूपरक प्रश्नों के उत्तर सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर लिखिए।

हम धरती के बेटे बड़े कमेरे हैं।
भरी थकन में सोते फिर भी –
उठते बड़े सवेरे हैं ।।
धरती की सेवा करते हैं
कभी न मेहनत से डरते हैं
लू हो चाहे ठण्ड सयानी
चाहे झर-झर बरसे पानी
ये तो मौसम हैं हमने
तूफ़ानों के मुँह फेरे हैं।
खेत लगे हैं अपने घर से
हमको गरज नहीं दफ़्तर से
दूर शहर से रहने वाले सीधे-सादे,
भोले-भाले रखवाले अपने खेतों के
जिनमें बीज बिखेरे हैं।
हाथों में लेकर हल-हँसिया
गाते नई फ़सल के रसिया
धरती को साड़ी पहनाते
दूर-दूर तक भूख मिटाते मुट्ठी पर दानों को रखकर
कहते हैं बहुतेरे हैं
हम धरती के बेटे बड़े कमेरे हैं।
भरी थकन में सोते फिर भी –
उठते बड़े सवेरे हैं ।।

1. ‘हम धरती के बेटे बड़े कमेरे हैं!’ में कमेरे से आशय है –
A. परिश्रमी।
B. काम के ।
C. किसान ।
D. मज़दूर ।

Answer: A. परिश्रमी।

2. कवि ने किसानों को फसलों का रसिया’ कहा है क्योंकि वे –
A. फसलों को उगाते हैं।
B. फसलों को काटते है।
C. फसलों से प्रेम करते हैं।
D. फसलों को बेचते हैं।

Answer: C. फसलों से प्रेम करते हैं।

3. किसान ‘धरती की सेवा’
A. खेतों में फसल उगाकर
B. सर्दी, गर्मी, बरसात सहकर
C. बिना विश्राम परिश्रम कर करते हैं।
D. खेतों के पास घर बनाकर

Answer: A. खेतों में फसल उगाकर

4. कथन (A) और कारण (R) पर विचार करते हुए सही विकल्प चुनिएः
(A) हमारे घर खेतों के पास स्थित होते हैं।
(R) हमारे घर शहरों से दूर होते हैं।
A. कथन (A) सही है, किंतु कारण (R) गलत है।
B. कथन (A) गलत है, किंतु कारण (R) सही है।
C. कथन (A) व (R) सही हैं और कथन (A), (R) की सही व्याख्या है।
D. कथन (A) व (R) सही हैं और कथन (A), (R) की सही व्याख्या नहीं है।

Answer: D. कथन (A) व (R) सही हैं और कथन (A), (R) की सही व्याख्या नहीं है।

5. ‘हम किसानों ने धरती को फसलों के आवरण से ढक दिया है।’ निम्नलिखित किस पंक्ति का यह आशय है – –
A. तूफानों के मुँह फेरे हैं
B. रखवाले अपने खेतों के
C. धरती को साड़ी पहनाते
D. दूर-दूर तक भूख मिटाते

Answer: C. धरती को साड़ी पहनाते

SET 3/2/3

1. निर्देशानुसार ‘रचना के आधार पर बाक्य भेद’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए:

(i) ‘वे जब भी दिल्ली आते मुझसे जरूर मिलते।’ इस वाक्य का सरल वाक्य है – –

(A) दिल्ली आने पर वह मुझसे जरूर मिलते।
(B) वे दिल्ली आते और मुझसे भी जरूर मिलते।
(C) वे मुझसे मिलते तथा दिल्ली अवश्य ही आते।
(D) जब कभी वह दिल्ली आते, मुझसे अवश्य मिलते ।

Answer:(A) दिल्ली आने पर वह मुझसे जरूर मिलते।

(ii) ‘कस्बे में एक बड़ा बाजार और एक नगरपालिका भी थी। इस बाक्य का संयुक्त वाक्य होगा –
(A) कस्बे में एक बड़े बाजार के साथ एक नगरपालिका भी थी।
(B) क्योंकि कस्बे में एक बड़ा बाजार तो था नहीं इसलिए साथ में एक नगरपालिका थी।
(C) कस्बे में एक बड़ा बाजार और एक नगरपालिका दोनों साथ-साथ थे।
(D) कस्बे में एक बड़ा बाजार था और एक नगरपालिका भी थी।

Answer:(C) कस्बे में एक बड़ा बाजार और एक नगरपालिका दोनों साथ-साथ थे।

(iii) ‘आग व सुई-धागे का आविष्कार कराने बाली योग्यता संस्कृति है।’ इस वाक्य का मिश्र वाक्य है

(A) संस्कृति योग्यता भी है और आग व सुई-धागे का आविष्कार भी कराती है।
(B) योग्यता ही आग व सुई-धागे का आविष्कार कराती है और यह संस्कृति है।
(C) जो योग्यता आग व सुई-धागे का आविष्कार कराती है वह संस्कृति है।
(D) आग व सुई-धागे का आविष्कार करने बाली योग्यता ही संस्कृति है।

Answer: (C) जो योग्यता आग व सुई-धागे का आविष्कार कराती है वह संस्कृति है।

(iv) निम्नलिखित वाक्यों में से संयुक्त वाक्य पहचान कर नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाला विकल्प चुरकर लिखिए:
1. फ़ादर को याद करना एक उदास शांत संगीत को सुनने जैसा है।
2. वे प्रतिकार में शोर-शराबा नहीं करते बल्कि प्रतिपक्ष की रक्षा करते हैं।
हम समाज और इतिहास में भी ऐसे अनेक प्रसंगों को देख सकते हैं।
4. उन्होंने इलाहाबाद और लखनऊ से प्रकाशित ‘अमृत प्रभात’ में भी नौकरी की।

(A) केवल 2 सही
(B) केवल 3 सही
(C) 2 और 3 सही
(D) 1 और 4 सही

Answer: (C) 2 और 3 सही

2. निर्देशानुसार ‘पद परिचय’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर बाले विकल्प चुनकर लिखिए : 4×1

(i) दुलारा अपन कठार स्वभाव के लिए जानी जाती है।’ में रेखांकित पद का परिचय है-
(A) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, संप्रदान कारक
B) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, संप्रदान कारक (
(C) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक
(D) जातिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक

Answer:(C) व्यक्तिवाचक संज्ञा, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक

(ii) ‘उन्होंने कम से कम अपनी बेटी को तो अच्छी शिक्षा दी।’ में रेखांकित पद का परिचय है –
(A) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग, बेटी विशेष्य
(B) जार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग, बेटी विशेषण
(C)पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक
(D) पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक

Answer: (C)पुरुषवाचक सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्म कारक

(iii) ‘अगस्त में हमारे विद्यालय का नया सत्र प्रारंभ हो गया।’ में रेखांकित पद का परिचय है –
(A) रीतिवाचक क्रियाविशेषण, ‘प्रारंभ हो गया’ क्रिया की विशेषता
(B) कालवाचक क्रियाविशेषण, ‘प्रारंभ हो गया’ क्रिया की विशेषता
(C) स्थानवाचक क्रियाविशेषण, ‘प्रारंभ हो गया’ क्रिया की विशेषता
(D) परिमाणवाचक क्रियाविशेषण, प्रारंभ हो गया क्रिया की विशेषता

Answer: (B) कालवाचक क्रियाविशेषण, ‘प्रारंभ हो गया’ क्रिया की विशेषता

(iv) ‘खाली समय का उपयोग में पुस्तकें पढ़ने में करती हूँ।’ में रेखांकित पद का परिचय है –
(A) अन्यपुरुष सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक
(B) उत्तमपुरुष सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारक
(C) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कराक
(D) मध्यमपुरुष सर्वनाम, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कारण

Answer: (C) सार्वनामिक विशेषण, एकवचन, स्त्रीलिंग, कर्ता कराक
(v) निम्नलिखित वाक्यों में से किस वाक्य में रीतिवाचक क्रियाविशेषण का प्रयोग नहीं हुआ है ?

(A) दुनिया सब कुछ होम कर देने वालों पर भी हँसती है।
(B) वे उसके ठीक सामने जाकर सावधान की मुद्रा में खड़े हो गए।
(C) बह सिर झुकाकर धोती के सिरे से आँखें पोंछने लगा।
(D) हालदार साहब तेज-तेज कदमों से मूर्ति की तरफ लपके।

Answer: (A) दुनिया सब कुछ होम कर देने वालों पर भी हँसती है।

3. निर्देशानुसार ‘बाच्य’ पर आधारित पाँच बहुविकल्पी प्रश्नों में से किन्हीं चार प्रश्नों के सही उत्तर वाले विकल्प छाँटकर लिखिए:
4×1=4

(1) ‘लेखक ने सरकारी नौकरी से त्यागपत्र दे दिया।’ इस वाक्य का वाच्य पहचानकर लिखिए:
(A) कर्तावाच्य
(B) कर्मवाच्य
(C) भाववाच्य
(D) कर्तृवाच्य

Answer: (D) कर्तृवाच्य
(ii) निम्नलिखित वाक्यों में भाववाच्य का उदाहरण वाक्य नहीं है:
(A) इस मोर से उड़ा नहीं जाता।
(C) दादाजी से पैदल चला नहीं जाता।
(B) मोहित बहुत सुरीला गा पाता है।
(D) चलो, अब यहाँ से चला जाए।

Answer: (B) मोहित बहुत सुरीला गा पाता है।
(iii) ‘द्विवेदी जी द्वारा स्त्रियों को शिक्षा देने की बकालत की गई। यह वाक्य किस वाच्य का उदाहरण है ?
(A) कर्मवाच्य
(C) भाववाच्य
(B) क्रियावाच्य
(D) कर्तृवाच्य

Answer: (A) कर्मवाच्य

(iv) निम्नलिखित वाक्यों में ‘कर्मवाच्य’ पहचानकर नीचे दिए गए विकल्पों में से सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर बाला विकल्प चुनकर लिखिए :
1. कमलेश्वर ने आत्मकथा, यात्रा-वृत्तांत और संस्मरण भी लिखे हैं।

2. मधु कांकरिया ने कोलकाता विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में एम.ए. किया।
3. उनके द्वारा युवावर्ग की समस्याओं को केंद्र में रखा गया।
4. रुद्र जी दुवारा अध्यापन और संपादन दोनों कार्य किया गया ।
(A) 1 और 2
(B) 2 और 3
(C) 3 और 4
(D) 1, 3 और 4

Answer: (C) 3 और 4

CBSE Class 10 Hindi Answer Key 2024 PDF with Solutions for Course A, B_3.1

Class 10 Hindi A CBSE Answer Key 2024

1. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर उस पर आधारित दिए गए प्रश्नों के सर्वाधिक उपयुक्त उत्तर वाले विकल्प चुनकर लिखिए।

भारत एक विशाल देश है। यहाँ के विभिन्न राज्यों की अपनी क्षेत्रीय भाषाएँ हैं। स्वतंत्रता के पश्चात से मातृभाषा को प्रोत्साहित करने की बातें चर्चा में रही हैं। परंतु इनके विकास के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किए गए। इसके कारण प्रत्येक क्षेत्र में विदेशी भाषा अंग्रेजी का वर्चस्व स्थापित हो गया। नेल्सन मंडेला ने कहा था कि किसी भी व्यक्ति के सोचने की प्रक्रिया अपनी मातृभाषा में होती है। अगर किसी व्यक्ति से उसकी मातृभाषा में बात करें तो वह बात दिल तक पहुँचती है।

यह सर्वविदित है कि मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करना अत्यंत सहज एवं सुगम होता है। अपनी मातृभाषा में विद्यार्थी किसी भी विषय को सरलता से समझ लेता है जबकि अन्य भाषाओं में उसे कठिनाई का सामना करना पड़ता है। विश्वभर के शिक्षाविदों ने मातृभाषा में शिक्षा प्रदान किए जाने को महत्त्व दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार अपनी मातृभाषा में चिकित्सा की पढ़ाई करवाने वाले देशों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व्यवस्था की स्थिति अन्य देशों की तुलना में अच्छी है। चीन, रूस, जर्मनी, फ्रांस और जापान सहित अनेक देश अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। सर्वविदित है कि ये देश लगभग प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी हैं। इन देशों ने अपनी मातृभाषा में शिक्षा प्रदान करके ही उन्नति प्राप्त की है। यदि स्वतंत्रता के पश्चात भारत में भी मातृभाषा में चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाती तो हम आज विश्व में और अधिक बेहतर स्थिति में होते। वर्तमान में इस दिशा में ठोस और क्रांतिकारी कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

(i) किसी भी देश के आधारभूत विकास के लिए आवश्यक है :
(A) तकनीकी शिक्षा का विस्तार होना
(B) चिकित्सीय शिक्षा का विस्तार होना
(C) किसी भी भाषा में शिक्षा देना
(D) मातृभाषा में शिक्षा का विस्तार होना
Ans: (D) मातृभाषा में शिक्षा का विस्तार होना

(ii) स्वास्थ्य और चिकित्सा की दृष्टि से कौन-से देश अच्छी स्थिति में हैं?
(A) मातृभाषा में चिकित्सीय शिक्षा देने वाले देश
(B) अपनी राष्ट्रभाषा को मातृभाषा बनाने वाले देश
(C) राष्ट्रभाषा और मातृभाषा को समान मानने वाले देश
(D) अंग्रेजी भाषा से दूरी बनाने वाले देश
Ans:(A) मातृभाषा में चिकित्सीय शिक्षा देने वाले देश

(iii) भारत में क्षेत्रीय भाषाओं के अपेक्षाकृत कम विकसित होने के क्या कारण हैं?
(A) हिंदी भाषा का वर्चस्व
(B). अंग्रेजी भाषा का वर्चस्व
(C) उपयुक्त प्रयासों का अभाव
(D) स्थानीय इच्छाशक्ति का अभाव
Ans: (B). अंग्रेजी भाषा का वर्चस्व

(iv) ‘मातृभाषा में शिक्षा प्राप्त करना आसान होता है।’ इस कथन के पक्ष में निम्नलिखित में से कौन-सा /कौन-से तर्क सही है/हैं?
1 मातृभाषा में प्राप्त ज्ञान को समझना सरल है।
2. मातृभाषा में प्राप्त ज्ञान को समझना जटिल है।
3. मातृभाषा अन्य भाषाओं से सरल स्वरूप होती है।
4. मातृभाषा और दूसरी भाषाओं में कोई अंतर नहीं है।

विकल्प :
(A) 1 सही है।
(B) 3 सही है।
(C) 1 और 2 सही हैं।
(D) 1 और 4 सही है।
Ans: (A) 1 सही है।

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